Ads

Llamas of the World: The Unique Camels of South America || vishv ke laama: dakshin amerika ke anoothe oont ||

a herd of llamas and alpacas grazing in the high-altitude pastures of the Peruvian Andes...

विश्व के लामा: दक्षिण अमेरिका के अनूठे ऊँट

एक रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी

परिचय

लामा दक्षिण अमेरिका के एंडीज पर्वतमाला क्षेत्र के मूल निवासी एक पालतू जानवर है। यह ऊँट परिवार (कैमेलिडे) का सदस्य है और इसके करीबी रिश्तेदारों में अल्पाका, गुआनाको और विकुन्या शामिल हैं। लामा न केवल अपनी उपयोगिता के लिए बल्कि अपने अनूठे व्यक्तित्व और आकर्षक रूप के लिए भी जाने जाते हैं।

शारीरिक विशेषताएँ

  • आकार: लामा की ऊँचाई कंधे तक लगभग 1.7 से 1.8 मीटर होती है
  • वजन: 130 से 200 किलोग्राम तक
  • कोट: लम्बे, ऊनी बाल जो विभिन्न रंगों में होते हैं
  • आयु: 15 से 25 वर्ष तक जीवित रहते हैं
  • विशेष अंग: विभाजित ऊपरी होंठ और लम्बी गर्दन

वितरण और आवास

लामा मुख्य रूप से दक्षिण अमेरिका के एंडीज पर्वत क्षेत्र (पेरू, बोलीविया, इक्वाडोर, चिली, अर्जेंटीना) में पाए जाते हैं। वे ऊँचाई वाले क्षेत्रों (समुद्र तल से 2,300 से 4,000 मीटर ऊपर) के अनुकूल हैं। आजकल उत्तरी अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में भी इन्हें पाला जाता है।

मानव और लामा का ऐतिहासिक सम्बन्ध

Llamas is the part of humans....
(Left) Bolivian Altiplano: a caravan of llamas, used as pack animals, is led by an Aymara man across the vast, white expanse of the Salar de Uyuni. The remote settlement in the background highlights the harsh conditions of the region.
(Right) Northern Argentina: a farming family with their llamas in a more fertile valley of Northern Argentina. The green, terraced fields and a river provide a contrast to the previous landscapes, showcasing a different way of life.

लामा को लगभग 4,000 से 5,000 वर्ष पहले एंडीज क्षेत्र के मूल निवासियों द्वारा पालतू बनाया गया था। इनका इस्तेमाल मुख्य रूप से:

  1. भार ढोने के लिए: एक वयस्क लामा 25-30% अपने शरीर के वजन तक का भार ढो सकता है
  2. ऊन के लिए: इनके बालों से गर्म कपड़े, कंबल और रस्सियाँ बनाई जाती हैं
  3. मांस के लिए: कुछ क्षेत्रों में इनके मांस का उपयोग होता है
  4. धार्मिक समारोहों में: प्राचीन इंका सभ्यता में इनका धार्मिक महत्व था

रोचक तथ्य

विषय जानकारी
संचार लामा विभिन्न प्रकार की आवाज़ें निकालते हैं - कुंआकना, गुर्राना और विशेषकर जब वे परेशान होते हैं तो थूकते भी हैं
सामाजिक व्यवहार लामा झुंड में रहने वाले जानवर हैं और इनमें मजबूत सामाजिक संरचना होती है
पर्यावरण अनुकूलन इनके खुर पर नरम पैड होते हैं जो पहाड़ी इलाकों में चलने में मदद करते हैं और मिट्टी के कटाव को कम करते हैं
आधुनिक उपयोग आजकल लामा का उपयोग थेरेपी जानवर के रूप में, ट्रेकिंग साथी के रूप में और यहाँ तक कि संपत्ति की रखवाली के लिए भी होता है

संरक्षण स्थिति

अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) के अनुसार, लामा की संरक्षण स्थिति "कम चिंताजनक" (Least Concern) श्रेणी में आती है क्योंकि यह एक पालतू जानवर है और इसकी दुनियाभर में लगभग 70 लाख से अधिक संख्या है। हालांकि, इनके जंगली रिश्तेदार गुआनाको और विकुन्या की कुछ प्रजातियाँ संकटग्रस्त हैं।

निष्कर्ष

लामा न केवल एंडीज क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, बल्कि ये एक बहुमुखी और अनुकूलनीय जानवर हैं जो मानव समाज के लिए सदियों से उपयोगी रहे हैं। इनका अनूठा व्यक्तित्व और पर्यावरण के प्रति अनुकूलन इन्हें जानवरों की दुनिया में एक विशेष स्थान प्रदान करता है।

© Mother Nature - सभी अधिकार सुरक्षित

टिप्पणियाँ